Windows 10 End of Life: अक्टूबर 2025 में खत्म होगा सपोर्ट, 600 मिलियन यूजर्स पर संकट

Windows 10 End of Life: Microsoft ने आधिकारिक तौर पर ऐलान कर दिया है कि Windows 10 का सफर अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। 14 अक्टूबर 2025 से Windows 10 को कोई भी सिक्योरिटी अपडेट, बग फिक्स या नया फीचर अपडेट नहीं मिलेगा। कंपनी ने सितंबर

EDITED BY: Vishal Yadav

UPDATED: Thursday, September 18, 2025

Windows 10 End of Life: अक्टूबर 2025 में खत्म होगा सपोर्ट, 600 मिलियन यूजर्स पर संकट

Windows 10 End of Life: Microsoft ने आधिकारिक तौर पर ऐलान कर दिया है कि Windows 10 का सफर अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। 14 अक्टूबर 2025 से Windows 10 को कोई भी सिक्योरिटी अपडेट, बग फिक्स या नया फीचर अपडेट नहीं मिलेगा। कंपनी ने सितंबर 2025 में इसका आखिरी बड़ा अपडेट जारी किया है, और इसके साथ ही एक चेतावनी दी गई है कि यूजर्स को तुरंत एक्ट करना चाहिए।

Windows 10 End of Life: (ESU) Program उपलब्ध है 

हालांकि Microsoft ने एक Extended Security Update (ESU) Program भी पेश किया है, जिसके तहत यूजर्स को अतिरिक्त शुल्क देकर एक साल तक सुरक्षा पैच मिल सकते हैं। लेकिन कंपनी खुद चाहती है कि यूजर्स इस विकल्प को चुनने की बजाय Windows 11 पर अपग्रेड करें।

सबसे बड़ी चुनौती यह है कि दुनिया भर में अभी भी लगभग 600 मिलियन लोग Windows 10 का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह आंकड़ा करीब 44% यूजर्स का है। यानी अक्टूबर आते ही करोड़ों कंप्यूटर तकनीकी रूप से आउटडेटेड हो जाएंगे। खासकर भारत जैसे देशों में, जहां हर कोई नया पीसी या लैपटॉप खरीदने की क्षमता नहीं रखता, यह स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।

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Windows 10 End of Life: अक्टूबर 2025 में खत्म होगा सपोर्ट, 600 मिलियन यूजर्स पर संकट

Windows 11 की इंस्टॉलेशन के लिए नए हार्डवेयर की जरूरत पड़ती है, जिसमें TPM 2.0 और खास प्रोसेसर शामिल हैं। पुराने कंप्यूटरों पर Windows 11 चलाना संभव तो है, लेकिन यह Microsoft द्वारा अनुशंसित नहीं है। यही वजह है कि लाखों यूजर्स को मजबूरी में “जुगाड़” करना पड़ सकता है—यानी अनौपचारिक तरीकों से Windows 11 चलाना।

विशेषज्ञ मानते हैं कि यह कदम महज़ तकनीकी कारणों से नहीं लिया गया है। बल्कि इसे एक Planned Obsolescence Strategy भी कहा जा रहा है, जहां कंपनियां जानबूझकर पुराने प्रोडक्ट का सपोर्ट खत्म करती हैं ताकि यूजर्स नए प्रोडक्ट और डिवाइस खरीदें। Intel जैसे प्रोसेसर निर्माता और पीसी कंपनियां भी इससे लाभान्वित होंगी, क्योंकि नए AI-सक्षम चिप्स और डिवाइस इसी बहाने ज्यादा बिकेंगे।

भारत जैसे देशों में जहां लोग हर 3-4 साल में नया कंप्यूटर नहीं खरीद सकते, वहां यूजर्स या तो Windows 10 बिना अपडेट के ही इस्तेमाल करते रहेंगे या फिर गैर-आधिकारिक तरीके से Windows 11 को अपने पुराने सिस्टम पर चलाएंगे। यह न केवल सुरक्षा जोखिम बढ़ा सकता है, बल्कि साइबर हमलों की संभावना भी दोगुनी हो सकती है।

कई विशेषज्ञों का मानना है कि Microsoft को Windows XP की तरह Windows 10 को भी लंबे समय तक सपोर्ट देना चाहिए था। Windows XP को लगभग एक दशक तक अपडेट्स मिलते रहे, लेकिन Windows 10 केवल 10 साल में ही बंद हो रहा है।

अब सबकी नजर Windows 12 पर है, जो पूरी तरह से AI-सक्षम ऑपरेटिंग सिस्टम होने की संभावना है। हालांकि, आम यूजर्स को डर है कि अगर सब कुछ AI पर आधारित हो गया, तो मानवीय नियंत्रण और प्राइवेसी पर गंभीर सवाल उठ सकते हैं।

निष्कर्ष साफ है—Windows 10 के बंद होने के बाद दुनिया भर में करोड़ों लोग मुश्किल में पड़ेंगे। कुछ लोग नया पीसी खरीदेंगे, कुछ जुगाड़ करेंगे और कुछ जोखिम उठाकर बिना अपडेट वाले Windows 10 पर टिके रहेंगे। Microsoft का यह फैसला आने वाले महीनों में बड़ी बहस का कारण बनने वाला है।

Windows 10 End of Life: अक्टूबर 2025 में खत्म होगा सपोर्ट, 600 मिलियन यूजर्स पर संकट

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