Smriti Irani: टीवी इंडस्ट्री में एक बार फिर पुराने जमाने की यादें ताज़ा हो गई हैं। Smriti Irani, जिन्होंने कभी भारतीय टेलीविजन पर ‘तुलसी विरानी’ के किरदार से लाखों दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई थी, 22 साल बाद छोटे पर्दे पर वापसी कर रही हैं। उनका बहुप्रतीक्षित शो ‘क्योंकि सास भी कभी बहु थी-2’ हाल ही में प्रसारित हुआ और कुछ ही हफ्तों में इसने टीआरपी चार्ट पर धूम मचा दी है।
टीआरपी में नंबर वन
ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) द्वारा जारी 30वें सप्ताह की टीआरपी रिपोर्ट में ‘क्योंकि सास भी कभी बहु थी-2’ ने पहले स्थान पर कब्जा कर लिया है। इसने लोकप्रिय शो ‘अनुपमा’ को पीछे छोड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की है। लंबे समय से ‘अनुपमा’ टीआरपी चार्ट में शीर्ष पर बनी हुई थी, लेकिन स्मृति ईरानी की इस शानदार वापसी ने खेल बदल दिया है।
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पहले सीज़न की यादें
साल 2002 में जब ‘क्योंकि सास भी कभी बहु थी’ का पहला सीज़न प्रसारित हुआ था, तब इसने टीवी जगत में एक नया इतिहास रचा था। एकता कपूर के प्रोडक्शन में बने इस शो ने भारतीय पारिवारिक ड्रामा की परिभाषा बदल दी थी। शो के पात्र, विशेषकर तुलसी विरानी का किरदार, भारतीय घर-घर में चर्चा का विषय बन गया था। आठ साल तक चले इस सीरियल ने न केवल टीआरपी के मामले में रिकॉर्ड बनाए, बल्कि कई अवॉर्ड भी जीते।
दूसरे सीज़न की खासियत
‘क्योंकि सास भी कभी बहु थी-2’ में एक बार फिर Smriti Irani मुख्य किरदार में नजर आ रही हैं। कहानी आधुनिक भारतीय परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है, लेकिन इसमें पारंपरिक मूल्यों और रिश्तों की गहराई को भी बरकरार रखा गया है। शो के प्रमोशन के दौरान स्मृति ईरानी ने कहा था कि यह सीज़न केवल पुरानी यादें ताज़ा करने के लिए नहीं, बल्कि नए दौर के दर्शकों के लिए भी कुछ अलग और खास पेश करेगा।
Smriti Irani का करियर सफर
Smriti Irani का टीवी करियर बेहद प्रेरणादायक रहा है। उन्होंने 2000 के दशक की शुरुआत में ‘क्योंकि सास भी कभी बहु थी’ से अपार लोकप्रियता हासिल की और बाद में राजनीति में कदम रखा। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद वह छोटे पर्दे से दूर हो गईं, लेकिन अब उनका टीवी पर लौटना उनके फैन्स के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है।
टीआरपी क्यों मायने रखती है?
टीआरपी यानी टेलीविज़न रेटिंग प्वॉइंट्स किसी शो की लोकप्रियता का पैमाना होते हैं। विज्ञापनदाताओं और चैनलों के लिए यह बेहद अहम है, क्योंकि इससे शो की कमाई और प्रसारण अवधि पर सीधा असर पड़ता है। ‘क्योंकि सास भी कभी बहु थी-2’ का पहले हफ्तों में ही शीर्ष पर पहुंचना इस बात का संकेत है कि दर्शक इस शो से गहराई से जुड़ रहे हैं।
दर्शकों की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर शो के लिए जबरदस्त प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। ट्विटर (अब X), इंस्टाग्राम और फेसबुक पर फैन्स पुराने और नए सीज़न की तुलना कर रहे हैं। कई दर्शकों ने स्मृति ईरानी की एक्टिंग और शो की भावनात्मक कहानी की तारीफ की है। वहीं, कुछ का कहना है कि इस सीज़न ने पुराने दौर की सीरियल देखने की आदत को फिर से जगा दिया है।
इंडस्ट्री पर असर
मनोरंजन जगत के जानकार मानते हैं कि ‘क्योंकि सास भी कभी बहु थी-2’ की सफलता टीवी इंडस्ट्री में एक नए ट्रेंड की शुरुआत कर सकती है—जहां पुराने सुपरहिट शोज़ के रीबूट या सीक्वल नए अंदाज में दर्शकों के सामने लाए जाएं। इसके बाद अन्य हिट शोज़ जैसे ‘कहानी घर घर की’ या ‘कसौटी ज़िंदगी की’ के भी नए वर्ज़न आने की उम्मीद जताई जा
Smriti Irani की यह वापसी न केवल उनके करियर के लिए एक मील का पत्थर है, बल्कि भारतीय टेलीविजन के लिए भी एक ऐतिहासिक पल है। ‘क्योंकि सास भी कभी बहु थी-2’ ने साबित कर दिया है कि अच्छी कहानी, दमदार एक्टिंग और दर्शकों से भावनात्मक जुड़ाव, समय बीत जाने के बावजूद भी, सफलता की गारंटी होते हैं।