Ravi Kishan: बॉलीवुड के धाकड़ एक्टर और भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार रवि किशन ने न केवल पर्दे पर अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीता है, बल्कि राजनीति के क्षेत्र में भी वे अपनी मजबूत पहचान बना चुके हैं। हाल ही में गोरखपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद रवि किशन को संसद रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार संसद में उनके उल्लेखनीय कार्य और जनता से जुड़े मुद्दों को मजबूती से उठाने के लिए दिया गया है।
संसद रत्न पुरस्कार का महत्व
संसद रत्न पुरस्कार भारतीय संसदीय लोकतंत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले सांसदों को प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार उन्हें दिया जाता है जो संसद के सत्रों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं, महत्वपूर्ण बहसों में हिस्सा लेते हैं और जनता के हितों से जुड़े मुद्दों को प्रभावी तरीके से रखते हैं। इस वर्ष कुल 17 सांसदों को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुना गया, जिनमें रवि किशन का नाम भी शामिल है।
Ravi Kishan की राजनीतिक यात्रा
रवि किशन ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर गोरखपुर सीट से चुनाव लड़ा था और ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। गोरखपुर सीट लंबे समय से भाजपा का गढ़ रही है और योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद यह सीट खाली हुई थी। रवि किशन ने इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए बड़ी जीत दर्ज की। सांसद बनने के बाद से वे लगातार जनता से जुड़े मुद्दों पर मुखर रहते हैं। लोकसभा में उनकी उपस्थिति और सक्रियता भी प्रशंसनीय रही है।
उत्कृष्ट प्रदर्शन की वजह से मिला सम्मान
रवि किशन ने लोकसभा में कई बार विकास से जुड़े मुद्दों को उठाया है। वे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, बुनियादी ढांचे और क्षेत्रीय विकास जैसे विषयों पर स्पष्ट और दमदार तरीके से अपनी राय रखते रहे हैं। संसद रत्न पुरस्कार समिति ने उनके इसी सक्रिय और सकारात्मक दृष्टिकोण को देखते हुए उन्हें सम्मानित करने का निर्णय लिया। यह सम्मान उनके राजनीतिक करियर के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है।
कला और राजनीति दोनों में सक्रिय
भोजपुरी, हिंदी और दक्षिण भारतीय फिल्मों में अपनी दमदार अदाकारी के लिए प्रसिद्ध रवि किशन का नाम अभिनय की दुनिया में किसी परिचय का मोहताज नहीं है। उन्होंने दर्जनों सुपरहिट फिल्मों में काम किया है। हालांकि राजनीति में आने के बाद भी उन्होंने फिल्मी दुनिया से दूरी नहीं बनाई है। वे समय-समय पर फिल्मों में भी नजर आते रहते हैं।
जनता का आभार
पुरस्कार मिलने के बाद रवि किशन ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मान उन्हें और अधिक जिम्मेदारी से काम करने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा, “यह पुरस्कार मेरी जनता का है, जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया और मुझे संसद में भेजा। मैं हर संभव प्रयास करूंगा कि गोरखपुर और देश के विकास में अपना योगदान देता रहूं।”
अन्य सम्मानित सांसद
इस वर्ष संसद रत्न पुरस्कार से कुल 17 सांसदों को सम्मानित किया गया है। इनमें विभिन्न दलों और राज्यों से चुने गए सांसद शामिल हैं। सभी सांसदों का चयन उनके संसदीय कार्य, बहस में सक्रियता, प्रश्न पूछने की संख्या और जनता के हितों के मुद्दों को उठाने की क्षमता के आधार पर किया गया।
रवि किशन के लिए यह पुरस्कार न केवल एक सम्मान है बल्कि उनके राजनीतिक करियर को नई दिशा देने वाला क्षण भी है। उनकी लोकप्रियता अभिनय और राजनीति दोनों क्षेत्रों में लगातार बढ़ रही है और यह सम्मान उनकी मेहनत और समर्पण का प्रतीक है।