Ram Swaroop Memorial University Lathi Charge: बाराबंकी जिले की रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी (SRMU) में 1 अगस्त को हुए छात्र प्रदर्शन पर पुलिस के लाठीचार्ज का मामला सामने आया है। इस घटना में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े 20 से ज्यादा छात्र घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल बाराबंकी में भर्ती कराया गया, जहां बेड की कमी के चलते कई छात्रों को लखनऊ के ट्रामा सेंटर और सिविल अस्पताल रेफर करना पड़ा।
Ram Swaroop Memorial University Lathi Charge : क्या है मामला?
यूनिवर्सिटी के एलएलबी छात्रों का आरोप है कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने कोर्स की मान्यता रद्द कर दी है। इसके बावजूद यूनिवर्सिटी प्रशासन एडमिशन ले रहा है, अवैध फीस वसूल रहा है और परीक्षा भी आयोजित नहीं करवा रहा। छात्रों का कहना है कि इस अनियमितता के खिलाफ वह लंबे समय से विरोध कर रहे हैं।
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1 अगस्त को सुबह 9 बजे से छात्रों ने यूनिवर्सिटी परिसर में शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन शुरू किया। उनका कहना है कि वे प्रशासन और यूनिवर्सिटी के मालिक से बात करना चाहते थे, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं कराई गई। छात्रों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से गुंडों को बुलाया गया और पुलिस ने भी बल प्रयोग किया।
पुलिस की कार्रवाई
रिपोर्ट्स के मुताबिक, छात्रों और पुलिस के बीच पहले नोकझोंक हुई और इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस का आरोप है कि छात्रों ने यूनिवर्सिटी की चौकी में तोड़फोड़ की थी और समझाने पर भी नहीं माने। वहीं, छात्र इसे खारिज करते हुए कहते हैं कि वे शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे और उन पर बेवजह लाठीचार्ज किया गया।
विद्यार्थी केवल अपने अधिकारों और भ्रष्टाचार के खिलाफ सच बोल रहे थे, तब उन्हें हिंसा और दमन से रोकना प्रशासन के डर को ही दर्शाता है।
शैक्षिक भ्रष्टाचार और अवैध वसूली के खिलाफ ABVP कार्यकर्ताओं ने जब शांति व लोकतांत्रिक तरीके से आवाज़ उठाई, तभी श्री रामस्वरूप मेमोरियल… pic.twitter.com/xqJvWP6HS3
— ABVP (@ABVPVoice) September 2, 2025
छात्रों के आरोप
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी में फीस वसूली मनमाने ढंग से की जा रही है। अगर किसी छात्र से थोड़ी सी फीस कम रह जाती है, तो उसे हजारों रुपये का जुर्माना लगाया जाता है। उनका कहना है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन फर्जी लॉ डिग्रियां बांट रहा है, जबकि BCI उनकी मान्यता नहीं करता।
छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि जब वे कोर्स की मान्यता को लेकर शिकायत करते हैं, तो उन्हें भविष्य खराब करने की धमकी दी जाती है।
यूनिवर्सिटी का पक्ष
यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर विकास मिश्रा ने इन आरोपों को खारिज किया है। उनका कहना है कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) से 2022-23 तक मान्यता प्राप्त है और 2023-24 के लिए ऑनलाइन मान्यता भी है, हालांकि BCI की ओर से पत्र अभी जारी नहीं किया गया है।
पुलिस लाठीचार्ज में घायल हुए छात्रों की संख्या 20 से अधिक बताई जा रही है। घटना के बाद ABVP कार्यकर्ताओं ने अस्पताल में भी नारेबाजी की। फिलहाल, मामले की जांच जारी है और छात्रों का आंदोलन भी थमा नहीं है।
Disclaimer: “The Lok Dhara does not endorse or promote any form of violence. We strongly condemn violence from all sides involved. The images and videos used in this report are solely for informational purposes and not intended to encourage or glorify violent acts.”