Railway Ticket Booking Rules: दिवाली इस साल 20 अक्टूबर को और छठ पूजा 25 से 28 अक्टूबर तक मनाई जाएगी। इन बड़े त्योहारों से पहले यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेलवे ने Railway Ticket Booking Rules में बड़ा बदलाव किया है। यह नया नियम 1 अक्टूबर से लागू होगा।
क्या है Railway Ticket Booking Rules?
Railway ने घोषणा की है कि 1 अक्टूबर से रिजर्वेशन खुलने के शुरुआती 15 मिनट तक केवल वही लोग ऑनलाइन टिकट ले पाएंगे जिनका आधार पहले से वेरिफाइड होगा। यह प्रावधान आईआरसीटीसी की वेबसाइट और मोबाइल ऐप दोनों पर लागू होगा। अभी तक यह सुविधा केवल तत्काल टिकटों के लिए थी, लेकिन अब इसे सामान्य रिजर्वेशन में भी लागू किया जा रहा है।
इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य असली यात्रियों को आसानी से टिकट उपलब्ध कराना और दलालों द्वारा की जाने वाली ब्लैक मार्केटिंग को रोकना है। रेलवे के मुताबिक इससे आम यात्रियों को फायदा होगा और टिकट खरीद प्रक्रिया पारदर्शी बनेगी।
इसके अलावा, अधिकृत एजेंटों पर भी पहले दिन के रिजर्वेशन के शुरुआती 10 मिनट तक टिकट बुक कराने की रोक जारी रहेगी। अक्सर यात्रियों की शिकायत रहती है कि कन्फर्म टिकट न मिलने से यात्रा का अनुभव खराब हो जाता है। वहीं, दलाल टिकट निकालकर उसे बाद में महंगे दामों पर बेच देते हैं।
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Railway काउंटर से टिकट में भी बदलाव ?
जो यात्री रेलवे काउंटर से टिकट बुक कराते हैं, उनके लिए किसी तरह के नियम नहीं बदले गए हैं। काउंटर से पहले की तरह ही टिकट बुक कराई जा सकती है। यह नया नियम केवल ऑनलाइन रिजर्वेशन पर लागू होगा।
कुछ महीने पहले रेलवे ने एजेंटों के लिए भी नए नियम लागू किए थे। अब रेल एजेंट तत्काल टिकट बुकिंग शेड्यूल खुलने के पहले 30 मिनट तक टिकट बुक नहीं कर पाएंगे। एसी क्लास के लिए यह समय सुबह 10:00 से 10:30 बजे तक और नॉन-एसी क्लास के लिए सुबह 11:00 से 11:30 बजे तक निर्धारित किया गया है।
1 अक्टूबर से लागू होने वाले नए प्रावधान को प्रभावी बनाने के लिए सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम (CRIS) को तकनीकी तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सभी जोनल रेलवे अधिकारियों से कहा गया है कि वे सुनिश्चित करें कि नियमों का पालन हो।
रेलवे को उम्मीद है कि इन कदमों से फर्जी बुकिंग में कमी आएगी और आम यात्रियों का अनुभव पहले से बेहतर होगा। कुल मिलाकर यह नया नियम दलालों की गतिविधियों पर रोक लगाएगा और टिकटों की कालाबाजारी करने वालों की मुश्किलें बढ़ाएगा।
हमारा देश दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है और यहां त्योहारों के दौरान यात्रा की मांग बहुत अधिक रहती है। ऐसे में रेलवे के नए प्रावधान आम जनता को राहत देंगे। हालांकि, यात्रियों के लिए एक नियम हमेशा कायम रहेगा – पहले आओ, पहले पाओ।