UNGA, Petal Gehlot: भारतीय राजनयिक Petal Gehlot ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में पाकिस्तान के झूठे दावों को बेनकाब कर दिया। उन्होंने अपने संबोधन में साफ कहा कि पाकिस्तान बार-बार यह मिथ्या प्रचार करता है कि उसने मई में भारत के खिलाफ संघर्ष में जीत दर्ज की, जबकि हकीकत इसके बिल्कुल उलट है। Petal Gehlot ने बताया कि 7 से 10 मई तक चले भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान के कई एयरबेस और सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया था। तबाह रनवे और जले हुए हैंगर इस बात के गवाह हैं कि असल में पाकिस्तान को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी।
Petal Gehlot ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के दावों पर भी कड़ा प्रहार किया। शरीफ ने यूएनजीए में कहा था कि पाकिस्तान ने संघर्ष जीत लिया है और अब वह शांति स्थापित करने के लिए तैयार है। इस पर Petal Gehlot ने कहा कि हकीकत यह है कि संघर्ष रोकने का प्रस्ताव पाकिस्तान की सेना की ओर से आया था। भारत ने सिर्फ अपने नागरिकों की रक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई की और आतंकवाद फैलाने वाले संगठनों तथा उनके मददगारों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया।
भारत ने दुनिया को यह भी याद दिलाया कि पाकिस्तान दशकों से आतंकवाद को बढ़ावा देता आ रहा है। हाल ही में पाकिस्तान के मंत्रियों ने खुद स्वीकार किया था कि वहां आतंकवादी कैंप संचालित किए जाते रहे हैं। यही वजह है कि पाकिस्तान बार-बार वैश्विक मंचों पर दोगली नीति अपनाता है, एक तरफ आतंकवाद का महिमामंडन करता है और दूसरी तरफ शांति की बातें करता है।
Petal Gehlot ने कहा कि पाकिस्तान की यही दोहरी चाल दुनिया के सामने उजागर करनी जरूरी है। उन्होंने उदाहरण दिया कि 25 अप्रैल 2025 को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान ने अपने समर्थित आतंकी संगठन “रेजिस्टेंस फ्रंट” को बचाने की कोशिश की थी, जो जम्मू-कश्मीर में निर्दोष पर्यटकों की हत्या में शामिल था।
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान ने हमेशा की तरह कश्मीर मुद्दा भी उठाया। प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों के साथ खड़ा है और जल्द ही भारत का अत्याचार खत्म होगा। साथ ही उन्होंने यूएन के तत्वावधान में जनमत संग्रह कराने की मांग दोहराई। इस पर भारत ने कड़ा जवाब देते हुए कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इस पर पाकिस्तान के किसी भी बयान की कोई वैधता नहीं है।
स्पष्ट है कि भारत ने इस बार भी ठोस सबूतों और तथ्यात्मक जवाबों से पाकिस्तान के झूठ को अंतरराष्ट्रीय मंच पर न केवल चुनौती दी बल्कि दुनिया के सामने उसकी सच्चाई भी रख दी। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और पाकिस्तान के झूठे दावों का पर्दाफाश यह बताने के लिए काफी है कि भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा और संप्रभुता से किसी तरह का समझौता नहीं करेगा।