GST Rate Cut 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने GST Council Meeting 2025 के बाद बड़े सुधारों की घोषणा की। अब GST में केवल दो स्लैब – 5% और 18% रहेंगे। साथ ही रोज़मर्रा के सामान, खाद्य पदार्थ, दवाइयों, ऑटोमोबाइल्स और कई अन्य क्षेत्रों में भारी टैक्स कटौती का ऐलान किया गया है।
GST Rate Cut 2025 : क्या-क्या हुआ सस्ता?
1. रोज़मर्रा और मिडल क्लास की चीजें (18% या 12% से घटकर 5%)
-
हेयर ऑयल, साबुन, शैम्पू
-
टूथपेस्ट, टूथब्रश
-
बर्तन, किचनवेयर, साइकिलें
2. जीरो टैक्स (5% से घटाकर 0%)
-
अल्ट्रा-हाई टेम्परेचर दूध
-
पनीर, मक्खन
-
सभी इंडियन ब्रेड: रोटी, पराठा, चपाती
3. खाद्य वस्तुएं (12% या 18% से घटकर 5%)
-
नूडल्स, पास्ता, सॉस, केचप
-
चॉकलेट, कॉफी
-
घी, बटर, पैकेज्ड मीट, कॉर्नफ्लेक्स
4. इलेक्ट्रॉनिक्स और घरेलू उपकरण (28% से घटकर 18%)
-
सभी टीवी (32 इंच से बड़े भी)
-
एयर कंडीशनर, वॉशिंग मशीन, डिशवॉशर
-
मोबाइल फोन
5. ऑटो सेक्टर
-
छोटी कारें और 350cc तक की बाइकें → 28% से घटकर 18%
-
ऑटो पार्ट्स पर यूनिफॉर्म 18% GST
-
ट्रक, बसें, एम्बुलेंस और तीन पहिया वाहन → 18%
6. खेती-बाड़ी और ग्रामीण क्षेत्र
-
ट्रैक्टर और खेती की मशीनें → 12% से 5%
-
बायो-पेस्टिसाइड्स और नैचुरल मेंथॉल → 12% से 5%
7. सीमेंट और कंस्ट्रक्शन
-
सीमेंट → 28% से घटकर 18%
ये भी पढ़े : GST Council Meeting 2025: दो टैक्स स्लैब पर मुहर, दूध-पनीर से लेकर मोबाइल-कार तक हो सकते हैं सस्ते !!
8. दवाइयां और हेल्थकेयर
-
33 लाइफ-सेविंग दवाइयां → 12% से जीरो
-
3 गंभीर बीमारियों की दवाएं → 5% से जीरो
-
डायग्नोस्टिक किट्स, ब्लड शुगर मॉनिटर → 12% से 5%
-
चश्मा और गॉगल्स → 28% से 5%
9. टेक्सटाइल और उद्योग
-
मैन-मेड फाइबर → 18% से 5%
-
मैन-मेड यार्न → 12% से 5%
लंबे समय से चली आ रही Inverted Duty Structure की समस्या अब खत्म।
10. Renewable Energy
-
सोलर पैनल, बायोगैस प्लांट, विंड टर्बाइन, सोलर हीटर → 12% से 5%
क्या महंगा रहेगा?
-
तंबाकू और हानिकारक उत्पादों पर टैक्स 40% तक
-
पेट्रोलियम, सोना और हीरे पर कोई बदलाव नहीं
वित्त मंत्री का बयान
सीतारमण ने कहा:
“ये सुधार सिर्फ रेट घटाने तक सीमित नहीं हैं। हमने inverted duty structure को ठीक किया, classification issues सुलझाए और अब GST सिस्टम में स्थिरता व पारदर्शिता आएगी। इसका सीधा फायदा आम आदमी, मिडल क्लास और छोटे उद्योगों को होगा।”
इस बार का GST सुधार सिर्फ टैक्स घटाने का नहीं बल्कि संरचनात्मक बदलावों का भी है। अब दूध-पनीर से लेकर गाड़ियों तक, और दवाइयों से लेकर सोलर पैनलों तक हर सेक्टर को राहत मिलेगी।