Faridabad AC Blast: फरीदाबाद की ग्रीन फील्ड कॉलोनी में 7 और 8 सितंबर की दरमियानी रात एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। देर रात घर में एसी ब्लास्ट होने की वजह से आग लग गई और धुआं पूरे मकान में फैल गया। इस हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि परिवार का बेटा गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है।
Faridabad AC Blast: हादसे की पूरी कहानी
जानकारी के अनुसार, 50 वर्षीय सचिन कपूर, उनकी पत्नी रिंकू कपूर और 14 वर्षीय बेटी सुजैन कमरे में सो रहे थे। अचानक एसी फटने से आग लगी और धुआं तेजी से फैल गया। परिवार ने बाहर निकलने की कोशिश की लेकिन घना धुआं और बंद रास्तों के कारण वह बाहर नहीं निकल पाए। दम घुटने से तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
मकान में मौजूद उनके बेटे ने बहादुरी दिखाते हुए फ्लैट की बालकनी से कूदकर अपनी जान बचाई। फिलहाल उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे में परिवार के पेट डॉग की भी जान चली गई।
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चश्मदीदों की आपबीती
मकान मालिक ऋतु मलिक और पड़ोसी वीरेंद्र ने बताया कि जब आग लगी तो सब लोग शोर सुनकर उठे। धुआं इतना ज्यादा था कि कुछ दिख नहीं रहा था। कपूर परिवार ऊपर की मंजिल की ओर भागा लेकिन वहां ताला बंद होने के कारण वे फंस गए। इसी दौरान उनका दम घुट गया और वे जान नहीं बचा पाए।
ऋतु मलिक ने बताया –
“हमने नीचे उतरने की कोशिश की लेकिन धुआं बहुत ज्यादा था। हमने बाहर के लोगों को आवाज दी। सचिन और उनका परिवार ऊपर की ओर चला गया और वहीं फंस गया। अगर वे नीचे आ जाते तो शायद बच जाते।”
पुलिस और जांच
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची। तीनों शवों को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल भेजा गया। शुरुआती जांच में हादसे का कारण एसी ब्लास्ट और शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
सुरक्षा की बड़ी सीख
यह हादसा न केवल एक परिवार के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है। आज के समय में लगभग हर घर में एसी मौजूद है। लेकिन अक्सर लोग इसकी सर्विसिंग और सुरक्षा जांच को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। खराब वायरिंग, ओवरलोडिंग और लंबे समय तक एसी चलाने से इस तरह के हादसों का खतरा बढ़ जाता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि –
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एसी की समय-समय पर सर्विसिंग करवानी चाहिए।
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घर की वायरिंग और लोड कैपेसिटी की जांच जरूरी है।
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एसी या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को ओवरलोड पर न चलाएं।
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रात को सोते समय एसी चलाते वक्त सुरक्षा मानकों का ध्यान रखें।
समाज में शोक की लहर
सचिन कपूर और उनका परिवार इलाके में काफी जाना-पहचाना था। इस हादसे ने पूरे मोहल्ले को हिला दिया है। लोग स्तब्ध हैं कि महज एक छोटी सी लापरवाही ने पूरे परिवार को खत्म कर दिया।
फरीदाबाद के इस दर्दनाक हादसे ने एक परिवार की खुशियां छीन लीं और हमें सुरक्षा के महत्व की याद दिलाई। यह घटना बताती है कि घर में मौजूद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की नियमित देखभाल और सुरक्षा मानकों का पालन करना कितना जरूरी है। एक छोटी सी सावधानी कई जिंदगियों को बचा सकती है।