Chaitanyand Saraswati उर्फ़ पार्थ सारथी: यौन शोषण, फर्जी नंबर प्लेट और आखिरकार गिरफ्तारी !!

Chaitanyand Saraswati: दिल्ली पुलिस ने श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट (SRISIIM) के डायरेक्टर रहे चैतन्यंद सरस्वती उर्फ़ पार्थ सारथी को आगरा से गिरफ्तार कर लिया है। उन पर छात्राओं से यौन शोषण और उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगे हैं। मामला कैसे शुरू हुआ? 4 अगस्त को

EDITED BY: Vishal Yadav

UPDATED: Sunday, September 28, 2025

Chaitanyand Saraswati उर्फ़ पार्थ सारथी: यौन शोषण, फर्जी नंबर प्लेट और आखिरकार गिरफ्तारी !!

Chaitanyand Saraswati: दिल्ली पुलिस ने श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट (SRISIIM) के डायरेक्टर रहे चैतन्यंद सरस्वती उर्फ़ पार्थ सारथी को आगरा से गिरफ्तार कर लिया है। उन पर छात्राओं से यौन शोषण और उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगे हैं।

मामला कैसे शुरू हुआ?

4 अगस्त को पी.ए. मुरलीधर नामक शख्स ने वसंत कुंज नॉर्थ थाने में चैतन्यंद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। मुरलीधर, जो श्री श्रृंगेरी मठ और उससे जुड़ी संपत्तियों का प्रबंधन देखते हैं, ने आरोप लगाया कि चैतन्यंद ने इंस्टिट्यूट में पढ़ने वाली 32 छात्राओं का यौन उत्पीड़न किया। इनमें से 17 छात्राओं ने पुलिस को बयान देकर साफ कहा कि स्वामी अश्लील संदेश भेजते थे, देर रात अपने क्वार्टर बुलाते थे और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते थे।

छात्राओं पर दबाव और संस्थान की भूमिका

छात्राओं का आरोप है कि कुछ महिला फैकल्टी और एडमिन स्टाफ ने भी स्वामी के दबाव में आकर उन्हें चुप रहने या उसकी मांगों को मानने के लिए मजबूर किया। सभी पीड़ित छात्राएं EWS कोटे से स्कॉलरशिप पर मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रही थीं। आरोप लगने के बाद श्रृंगेरी मठ प्रशासन ने चैतन्यंद को डायरेक्टर पद से हटा दिया।

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Chaitanyand Saraswati उर्फ़ पार्थ सारथी: यौन शोषण, फर्जी नंबर प्लेट और आखिरकार गिरफ्तारी !!

पुलिस जांच और गिरफ्तारी

जांच के दौरान पुलिस ने 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए और चैतन्यंद के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया ताकि वह देश छोड़कर न भाग सके। वह गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली से भागकर आगरा के एक होटल में छिपा था। गुप्त सूचना पर पुलिस ने वहां से उसे धर दबोचा।

फर्जी नंबर प्लेट का खुलासा

पुलिस को संस्थान के बेसमेंट से एक वोल्वो कार मिली, जिस पर फर्जी डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी थी। अब तक 9 ऐसी नकली नंबर प्लेटें बरामद की गई हैं। पुलिस का कहना है कि यह कार चैतन्यंद खुद इस्तेमाल करता था।

पुराने आपराधिक मामले

यह पहली बार नहीं है जब चैतन्यंद का नाम आपराधिक मामलों में आया हो।

  • 2009: दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी थाने में धोखाधड़ी और यौन उत्पीड़न का केस दर्ज।

  • 2016: वसंत कुंज थाने में एक महिला ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की।

समाज और कानून के लिए बड़ा सवाल

इस गिरफ्तारी ने फिर यह सवाल खड़ा किया है कि शिक्षा और अध्यात्म के नाम पर छिपे ऐसे कथित “गुरुओं” को कैसे रोका जाए? जो लोग गुरु, शिक्षक और मार्गदर्शक की भूमिका में रहकर युवा छात्राओं का शोषण करते हैं, वे न सिर्फ अपराधी हैं बल्कि समाज के लिए एक बड़ा खतरा भी हैं।

पुलिस अब चैतन्यंद से पूछताछ कर रही है और उसके नेटवर्क व पुराने मामलों की भी जांच कर रही है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में और खुलासे हो सकते हैं।

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