CBSE Patna Zone से बहार हुआ झारखंड, 2026 से 10वीं-12वीं की परीक्षाएं अलग जोन में होंगी !!

CBSE Patna Zone: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने एक बड़ा प्रशासनिक बदलाव करते हुए झारखंड को पटना जोन से अलग करने का फैसला लिया है। अब वर्ष 2026 से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं झारखंड के लिए अलग जोन में आयोजित होंगी। शैक्षणिक सत्र 2025-26

EDITED BY: Vaishnavi

UPDATED: Saturday, August 9, 2025

CBSE Patna Zone से बहार हुआ झारखंड, 2026 से 10वीं-12वीं की परीक्षाएं अलग जोन में होंगी !!

CBSE Patna Zone: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने एक बड़ा प्रशासनिक बदलाव करते हुए झारखंड को पटना जोन से अलग करने का फैसला लिया है। अब वर्ष 2026 से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं झारखंड के लिए अलग जोन में आयोजित होंगी। शैक्षणिक सत्र 2025-26 से यह नया सिस्टम लागू होगा।

इस बदलाव के तहत अब पटना जोन में केवल बिहार के छात्र शामिल रहेंगे, जबकि झारखंड के छात्रों की परीक्षाओं और अन्य बोर्ड संबंधी कार्यों के लिए अलग क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित किया जाएगा।

झारखंड के 690 स्कूल होंगे प्रभावित

फिलहाल झारखंड के 690 CBSE से संबद्ध स्कूल पटना जोन के अंतर्गत आते हैं। नए फैसले के बाद ये सभी स्कूल पटना जोन का हिस्सा नहीं रहेंगे।
इस कदम का उद्देश्य प्रशासनिक कार्यों को अधिक कुशल बनाना, परीक्षाओं के संचालन को सरल करना और छात्रों एवं शिक्षकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करना है।

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नया क्षेत्रीय कार्यालय

CBSE ने झारखंड में एक अलग क्षेत्रीय कार्यालय (Regional Office) स्थापित करने की योजना बनाई है। इस कार्यालय के खुलने से राज्य के स्कूलों को पटना जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
क्षेत्रीय कार्यालय से निम्नलिखित कार्य होंगे:

  • बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन
  • सर्टिफिकेट और मार्कशीट वितरण
  • स्कूल निरीक्षण और संबद्धता से जुड़े कार्य
  • शिक्षक प्रशिक्षण और कार्यशालाओं का आयोजन
  • CBSE to Open Sub-Regional Office in Agartala amid concerns Over Board Exam  Performance

CBSE Patna Zone से क्यों किया गया झारखण्ड को बाहर?

CBSE के अधिकारियों के अनुसार, पटना जोन में अभी बिहार और झारखंड दोनों राज्यों के स्कूल शामिल हैं, जिससे परीक्षाओं के आयोजन और प्रशासनिक कामकाज में अतिरिक्त दबाव बनता है।

  • स्कूलों की संख्या अधिक: दो राज्यों के कारण जोन के अंतर्गत स्कूलों की संख्या बहुत अधिक हो गई थी।
  • दूरी की समस्या: झारखंड के कई स्कूल पटना से काफी दूर हैं, जिससे संचार और समन्वय में कठिनाई होती है।
  • सेवा गुणवत्ता में सुधार: अलग जोन बनने से स्कूलों को तेज और सटीक सेवाएं मिलेंगी।

छात्रों और स्कूलों को लाभ

इस बदलाव से झारखंड के छात्रों और स्कूलों को कई लाभ होंगे:

  1.  तेज़ प्रशासनिक प्रक्रिया – प्रमाणपत्र, माइग्रेशन, और अन्य दस्तावेज़ जल्दी उपलब्ध होंगे।
  2. स्थानीय प्रशिक्षण कार्यक्रम – शिक्षकों के लिए ट्रेनिंग और वर्कशॉप राज्य के अंदर ही आयोजित होंगी।
  3. परीक्षाओं का बेहतर प्रबंधन – परीक्षा केंद्रों का चयन और निगरानी अधिक कुशल तरीके से होगी।

पटना जोन में अब केवल बिहार

नए सिस्टम के लागू होने के बाद पटना जोन में केवल बिहार के स्कूल और छात्र शामिल होंगे। इससे पटना जोन का प्रशासनिक बोझ कम होगा और परीक्षाओं के संचालन में पारदर्शिता और सटीकता बढ़ेगी।

शैक्षणिक सत्र 2025-26 से बदलाव

CBSE ने स्पष्ट किया है कि यह बदलाव शैक्षणिक सत्र 2025-26 से प्रभावी होगा। इसका मतलब है कि वर्ष 2026 की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं झारखंड के छात्रों के लिए नए जोन के तहत आयोजित की जाएंगी।
इस अवधि के दौरान स्कूलों को नए क्षेत्रीय कार्यालय से जुड़ने और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को अपडेट करने के लिए समय दिया जाएगा।

शिक्षा विशेषज्ञों की राय

शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम लंबे समय से ज़रूरी था।

  • डॉ. सीमा वर्मा, शिक्षा विश्लेषक: “अलग जोन बनने से स्थानीय स्तर पर समस्याओं का तुरंत समाधान संभव होगा, जिससे छात्रों को बेहतर सुविधा मिलेगी।”
  • रवि कुमार, स्कूल प्रिंसिपल: “पहले दस्तावेज़ या अन्य कार्यों के लिए पटना संपर्क करना पड़ता था, अब ये प्रक्रिया राज्य में ही पूरी हो सकेगी।”

CBSE का झारखंड को पटना जोन से अलग करने का फैसला राज्य के छात्रों और स्कूलों के लिए प्रशासनिक सुविधा, समय की बचत और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाएगा। यह बदलाव 2026 से लागू होगा और इससे परीक्षाओं व अन्य बोर्ड प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और दक्षता आने की उम्मीद है।

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