Caste Census (जाति जनगणना), VNX Report: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच केंद्र की मोदी सरकार ने एक चौंकाने वाला फैसला लेते हुए जाति आधारित जनगणना कराने की घोषणा की है। यह निर्णय न केवल सियासी हलकों में चर्चा का विषय बन गया है, बल्कि इसके दूरगामी राजनीतिक प्रभावों को लेकर भी अटकलें लगाई जा रही हैं।
सरकारी सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, यह फैसला अचानक नहीं लिया गया है, बल्कि यह लंबे समय से सरकार की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा रहा है। सूत्रों का कहना है कि सरकार जानबूझकर उचित समय का इंतज़ार कर रही थी ताकि यह संदेश दिया जा सके कि वह विपक्ष के दबाव में नहीं, बल्कि अपनी योजना के तहत काम कर रही है।
इस Caste Census (जाति जनगणना) का उद्देश्य सिर्फ हिंदू समुदाय तक सीमित नहीं है। सरकार अब मुस्लिम, सिख, ईसाई जैसे अन्य धर्मों में आने वाली जातियों का भी विस्तृत डाटा इकट्ठा करना चाहती है। इसके अतिरिक्त, आज़ादी के बाद जिन लोगों ने धर्म परिवर्तन किया है, उनकी भी पूरी जानकारी इकट्ठा करने की तैयारी की जा रही है।
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को इस प्रक्रिया में विशेष भूमिका दी जा सकती है। सामाजिक न्याय से जुड़े मुद्दों पर काम करने वाले संगठनों और विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम सामाजिक संरचना को लेकर सरकार की गंभीरता को दर्शाता है, लेकिन इसके राजनीतिक परिणामों पर भी नजर रखी जा रही है। VNX Report इस मुद्दे पर आगामी गतिविधियों और प्रतिक्रियाओं पर आपकी लगातार अपडेट देता रहेगा। (Source)
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