ED जांच के बीच Anil Ambani की बड़ी जीत, Reliance Infra को मिला ₹526 करोड़ का बोनस!

Anil Ambani, Reliance Infra: Anil Ambani के नेतृत्व वाली रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (Reliance Infrastructure Ltd) ने एक बार फिर कानूनी मोर्चे पर बड़ी जीत दर्ज की है। कंपनी ने अनुबंध को गलत तरीके से समाप्त करने के आरोपों के संबंध में अरावली पावर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (Aravali

EDITED BY: Vaishnavi

UPDATED: Friday, August 15, 2025

ED जांच के बीच Anil Ambani की बड़ी जीत, Reliance Infra को मिला ₹526 करोड़ का बोनस!

Anil Ambani, Reliance Infra: Anil Ambani के नेतृत्व वाली रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (Reliance Infrastructure Ltd) ने एक बार फिर कानूनी मोर्चे पर बड़ी जीत दर्ज की है। कंपनी ने अनुबंध को गलत तरीके से समाप्त करने के आरोपों के संबंध में अरावली पावर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (Aravali Power Company Private Limited) के खिलाफ मध्यस्थता में 526 करोड़ रुपये का दावा जीता है। यह फैसला तीन सदस्यीय मध्यस्थ न्यायाधिकरण ने सुनाया, जिसमें पूरी तरह से रिलायंस इंफ्रा के पक्ष में निर्णय आया।

Reliance Infra: मामले की पृष्ठभूमि

रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और अरावली पावर कंपनी के बीच यह विवाद कई साल पुराना है। कंपनी का आरोप था कि अरावली पावर ने उनके साथ किया गया अनुबंध बिना उचित कारण और प्रक्रिया के समाप्त कर दिया था, जिससे रिलायंस इंफ्रा को भारी आर्थिक नुकसान हुआ। मामला मध्यस्थता (Arbitration) में पहुंचा, जहां दोनों पक्षों ने अपने-अपने तर्क रखे।

कंपनी के अनुसार, उन्होंने अनुबंध के तहत सभी शर्तें पूरी की थीं, लेकिन इसके बावजूद कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया गया, जो अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन था। इसी आधार पर रिलायंस इंफ्रा ने मुआवजे की मांग की।

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मध्यस्थ न्यायाधिकरण का फैसला

तीन सदस्यीय न्यायाधिकरण ने पूरे मामले की सुनवाई के बाद रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के पक्ष में फैसला सुनाया। फैसले के तहत अरावली पावर को कंपनी को 526 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा। इसमें मूल दावा राशि के साथ ब्याज भी शामिल है।

यह निर्णय न केवल कंपनी के लिए आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके बाजार और निवेशकों के मनोबल पर भी सकारात्मक असर डालने की संभावना है।

Anil Ambani के लिए राहत

Anil Ambani के कारोबारी साम्राज्य के लिए पिछले कुछ साल चुनौतियों से भरे रहे हैं। वित्तीय संकट, कर्ज़ के बोझ और कुछ कानूनी विवादों ने उनकी कंपनियों की स्थिति को प्रभावित किया था। ऐसे में 526 करोड़ रुपये का मध्यस्थता पुरस्कार उनके लिए राहत भरी खबर है और यह कंपनी की बैलेंस शीट को भी मजबूत करेगा।

शेयर मार्केट में संभावित असर

विशेषज्ञों का मानना है कि इस कानूनी जीत का रिलायंस इंफ्रा के शेयरों पर सकारात्मक असर देखने को मिल सकता है। फैसले के बाद निवेशकों का भरोसा बढ़ सकता है, जिससे शेयर की कीमतों में तेजी आ सकती है। हालांकि, मार्केट में असल रिएक्शन इस बात पर निर्भर करेगा कि अरावली पावर इस फैसले को मानता है या आगे कोई कानूनी कदम उठाता है।

स्टॉक मार्केट विश्लेषकों के मुताबिक, अगर राशि का भुगतान समय पर हो जाता है तो यह कंपनी के नकदी प्रवाह (Cash Flow) को मजबूत करेगा, जिससे कर्ज़ कम करने और नए प्रोजेक्ट्स में निवेश करने की क्षमता बढ़ेगी।

What's Behind Reliance Infra's 45 Per Cent Rally In A Month? A Closer Look  At Recent Developments - Outlook Money

कंपनी का बयान

रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने एक आधिकारिक प्रेस रिलीज में कहा — “हम मध्यस्थ न्यायाधिकरण के इस फैसले का स्वागत करते हैं। यह न्याय और अनुबंधीय दायित्वों के पालन की जीत है। कंपनी इस राशि का उपयोग अपने वित्तीय सुधार और नए निवेश अवसरों के लिए करेगी।

कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि वह इस फैसले को जल्द से जल्द लागू करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी।

अरावली पावर की स्थिति

अरावली पावर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, NTPC और हरियाणा पावर जनरेशन कॉर्पोरेशन का संयुक्त उपक्रम है। कंपनी ने अभी तक इस फैसले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। उद्योग सूत्रों का कहना है कि वे इस फैसले की समीक्षा कर रहे हैं और आगे की कानूनी रणनीति तय करेंगे।

भविष्य की रणनीति

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह राशि समय पर मिल जाती है तो रिलायंस इंफ्रा अपने मौजूदा प्रोजेक्ट्स को तेजी से आगे बढ़ा पाएगी। इसके अलावा कंपनी नए इंफ्रास्ट्रक्चर और पावर सेक्टर प्रोजेक्ट्स में भी निवेश कर सकती है।

526 करोड़ रुपये का यह मध्यस्थता पुरस्कार न केवल Anil Ambani और उनकी कंपनी के लिए वित्तीय राहत लेकर आया है, बल्कि यह संकेत भी देता है कि कानूनी लड़ाइयों में सही रणनीति और सबूतों के दम पर सफलता पाई जा सकती है। अब बाजार की नजर इस बात पर टिकी है कि क्या यह फैसला रिलायंस इंफ्रा के शेयरों को नई उड़ान देगा या फिर आगे की कानूनी पेचीदगियों में मामला उलझ सकता है।

Reliance Infra जुटाएगी 6,000 करोड़ रुपये, शेयरधारकों से मिली मंजूरी, जानिए  क्या है प्लान | Reliance Infra Will Raise Rs 6000 Crore Got Approval From  Shareholders - Bw Hindi

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