Anant Singh Arrested: बिहार की सियासत और अपराध की दुनिया में बड़ा नाम अनंत सिंह एक बार फिर सुर्खियों में हैं। दुलारचंद यादव हत्याकांड में नामजद आरोपी अनंत सिंह को पुलिस ने शुक्रवार देर रात मोकामा के बेरणा गांव से गिरफ्तार कर लिया।
पटना पुलिस के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा की अगुवाई में यह कार्रवाई हुई। रात करीब 11:10 बजे पुलिस टीम मोकामा पहुंची और कारगिल चौक स्थित अनंत सिंह के आवास पर दबिश दी। करीब 35 मिनट तक पुलिस और अनंत सिंह के समर्थकों के बीच बातचीत चलती रही। इसके बाद 11:45 बजे अनंत सिंह को हिरासत में लेकर पुलिस वाहन में बैठाया गया।
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रात करीब 2:00 बजे पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस ने गिरफ्तारी की पुष्टि की। एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि अनंत सिंह के साथ दो अन्य सहयोगी—मणिकांत ठाकुर (नदमा गांव) और रंजीत राम (लदमा गांव)—को भी गिरफ्तार किया गया है।
Anant Singh Arrested: हत्या की पृष्ठभूमि
घटना 30 अक्टूबर की है, जब मोकामा विधानसभा क्षेत्र के टाल इलाके में झड़प के दौरान आरजेडी के वरिष्ठ नेता दुलारचंद यादव (उम्र 80 वर्ष) की मौत हो गई थी। बताया गया कि झड़प उस वक्त हुई जब दुलारचंद यादव जन स्वराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के समर्थन में प्रचार कर रहे थे।
इस दौरान दोनों पक्षों के समर्थकों में हिंसक भिड़ंत हुई, पत्थरबाजी और फायरिंग भी हुई। दुलारचंद यादव को गोली लगी और उन पर गाड़ी चढ़ा दी गई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

जांच और एफआईआर
31 अक्टूबर को दुलारचंद यादव का पोस्टमार्टम किया गया, जिसमें गोली लगने और आंतरिक अंगों में गंभीर चोटें व फ्रैक्चर पाए गए।
इसके बाद पुलिस ने अनंत सिंह सहित कई लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज की। वहीं, अनंत सिंह की ओर से भी क्रॉस एफआईआर दायर की गई।
सियासी माहौल गर्म
गिरफ्तारी के बाद से मोकामा और पटना के बीच सियासी हलचल तेज है। आरजेडी और जन स्वराज पार्टी के समर्थकों में आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं।
अनंत सिंह की गिरफ्तारी को विपक्ष ने “कानून की जीत” बताया है, जबकि उनके समर्थक इसे “राजनीतिक साजिश” कह रहे हैं।
फिलहाल अनंत सिंह को पूछताछ के लिए पटना लाया गया है। पुलिस ने संकेत दिया है कि मामले से जुड़े और नाम सामने आ सकते हैं।






