Airtel – Jio Plan: Airtel और Jio ने अपने सबसे छोटे प्लान जिसमे 1.5GB/Day का डाटा मिलता था उसको Rs. 249 से बढ़ा कर Rs. 299 कर दिया, अब सोचने वाली वाली ये है की ये प्लान क्यों बढ़ा है और क्या ये सही है या इसके पीछे कोई गेम है?
भारत के टेलीकॉम मार्केट में यूज़र्स को एक बड़ा झटका लगा है, दो सबसे बड़ी कंपनियाँ और अधिक्तर यूज़र बेस वाली Airtel और Reliance Jio ने अपने 1.5GB/Day डाटा वाले ₹249 के प्रीपेड प्लान को बढाकर उसे सीधे ₹299 कर दिया है। यानि अब ग्राहकों को ₹249 वाले प्लान के लिए ₹299 देने होंगे, सवाल यह है कि दोनों कंपनियों ने लगभग एक साथ ही ये कदम क्यों उठाया और इसका असर आम यूज़र्स पर कितना गहरा होगा?
Jio का सफ़र फ्री से ₹299 तक !!
2016 में जब Jio ने भारतीय बाज़ार में कदम रखा था, तब उसने Free 4G Internet अपने “Welcome Offer” के ज़रिए देकर पूरे टेलीकॉम सेक्टर को हिलाकर रख दिया था। महीनों तक इंटरनेट मुफ्त मिलने की वजह से करोड़ों लोगों ने स्मार्टफोन खरीदे और डेटा के इस्तेमाल में विस्फोटक बढ़ोतरी हुई।
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लेकिन समय के साथ तस्वीर बदली रही। पहले जो Free इंटरनेट था उसको Paid किया यानि पैसे देकर इस्तेमाल करने को कहा और धीरे धीरे ₹149 से शुरू हुआ वही प्लान बढ़कर ₹299 तक आ चूका है और आने वाले समय में और भी बढ़ने की उम्मीद लगायी जा रही है।
2017 में यूज़र्स को ₹149 में रोज़ाना 1.5 GB डेटा मिलता था और अब आठ साल बाद, वही डेटा आज ₹299 में मिल रहा है। Airtel ने भी लगभग यही रास्ता अपनाया और Jio के बाद उसने भी अपने बेस प्राइस को ₹299 तक बढ़ा दिया है।
Airtel – Jio का यूज़र बेस !!
आज की तारीख में स्थिति यह है कि Jio के पास कुल लगभग 47 करोड़ और Airtel के पास कुल 39 करोड़ ग्राहक हैं और वहीं Vodafone–Idea और BSNL जैसे खिलाड़ी धीरे-धीरे हाशिये पर चले गए हैं। नतीजा यह है कि देश में Duopoly बन चुका है, यानि केवल दो कंपनियाँ ही दरासल टेलीकॉम मार्केट को नियंत्रित कर रही हैं। जोकि देश के लिए और सभी मोबाइल इंटरनेट और कालिंग उसे करने वाले ग्राहकों के लिए एक खतरा है।
ग्राहकों की समस्याएँ !!
आम ग्राहकों पर इन बढ़ोतरी का सीधा असर पड़ने वाला है।
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लगातार बढ़ती कीमतें –
– महंगाई दर के हिसाब से 2017 का ₹149 प्लान आज लगभग ₹237 होना चाहिए था, लेकिन कंपनियाँ उसे ₹299 में बेच रही हैं। -
छुपे हुए प्लान्स
– कंपनियों के Apps में ₹189 या ₹199 जैसे छोटे पैक छुपा दिए जाते हैं, ताकि ग्राहक सीधे महंगे प्लान ही चुनें। -
28 दिन = 1 महीना?
– ज़्यादातर पैक 28 दिन के लिए होते हैं, जिससे साल भर में ग्राहकों को 13 बार रिचार्ज करना पड़ता है। -
फीचर फोन यूज़र्स पर अन्याय
– केवल कॉल या SMS करने वाले यूज़र्स को भी वही कीमत देनी पड़ रही है, जो हाई-डेटा स्मार्टफोन यूज़र्स चुका रहे हैं।
क्यों बढ़ाए दोनों कंपनियों ने दाम?
विशेषज्ञों का मानना है कि अब भारत में नए SIM यूज़र्स आने की संभावना बहुत कम हो चुकी है। लगभग आधे से ज़्यादा भारत इंटरनेट से जुड़ चुका है और अब कंपनियों का ध्यान नए ग्राहक जोड़ने पर नहीं, बल्कि पुराने ग्राहकों से ज़्यादा पैसा कमाने पर है। इसे ही फाइनेंस की भाषा में ARPU (Average Revenue Per User) बढ़ाना कहा जाता है। इसी रणनीति के तहत Airtel और Jio ने लगभग एक साथ अपने बेस प्लान की कीमतें बढ़ाईं।
सरकार और नियमन की भूमिका
2024 में TRAI जो भारत की टेलिकॉम को नियंत्रित करने वाली एक सरकारी प्राधिकरण है जिसने कंपनियों को Low-Cost Incoming + SMS पैक लाने की सिफ़ारिश की थी, ताकि सिर्फ़ कॉल करने वालों को सस्ता विकल्प मिल सके। लेकिन कंपनियों ने इस नियम को अपने फायदे के हिसाब से तोड़-मरोड़कर ग्रहणको के सामने पेश कर दिया, जिससे प्लान्स तो सस्ते नहीं हुए लेकिन अब उसमे डाटा नहीं मिलता बाकि दाम में कोई कमी नहीं आयी है।
सरकार ने अभी तक इस मामले में उतनी सख़्त नहीं दिखाई है जितनी उन्हें दिखानी चाहिए, क्युकी एक आम ग्राहक भी इसी देश का नागरिक है जो सुबह से शाम तक 200 से लेकर 500 प्रतिदिन के मामूली से आय पर दिहाड़ी करता है और उसको भी मोबाइल फ़ोन्स की जरूत पड़ती है महंगे मोबाइल रिचार्ज से उसकी जेब ढीली होती है। और अगर ये कंपनियां नहीं सुनती तो सरकारी कंपनी BSNL को वापस मार्किट में उतरने पर ज़ोर देना चाहिए।
अभी तक की बात बस इतनी ही है कि Airtel और Jio के जो प्लान्स पहले 249 में आ जाते थे अब बढ़कर 299 हो चके है और भविष्य में उम्मीद है कि ये आगे भी महंगा होता रहेगा इसपर सरकारी प्राधिकरणों को ध्यान देने की जरूरत है जिससे उन ग्राहको को भी मोबाइल से जोड़ा जा सकते जो इतने महँगे रिचार्ज की वजह से परेशान है और मोबाइल कनेक्टिविटी से वंचित है।