AI Photo Generation Safety: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने पिछले कुछ वर्षों में जिस तेजी से प्रगति की है, उसने हमारे रोज़मर्रा के जीवन में कई बदलाव ला दिए हैं। इनमें से एक बड़ा ट्रेंड है AI Photo Generation, जो आजकल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। खासतौर पर Google के Gemini AI के ज़रिए बनाए गए फोटो खूब चर्चा में हैं। हाल ही में एक मज़ाकिया लेकिन चिंता पैदा करने वाला मीम वायरल हुआ, जिसमें कहा गया कि “जो AI किसी महिला को साड़ी पहना सकता है, वह साड़ी उतार भी सकता है।” यही सवाल लोगों के मन में सुरक्षा और प्राइवेसी को लेकर उठने लगे हैं।
AI Photo Generation Safety: डर की वजह
कई महिलाओं और युवाओं ने Gemini का इस्तेमाल कर अपनी साड़ी या पारंपरिक ड्रेस को मॉडर्न आउटफिट में बदलकर देखा। लेकिन इसके साथ ही चिंता भी बढ़ी कि कहीं यह तकनीक उनके निजी फोटो का दुरुपयोग तो नहीं कर रही? कुछ लोगों ने यहां तक दावा किया कि Gemini को उनके शरीर पर मौजूद तिल जैसी निजी जानकारी भी पता चल गई। सवाल यह उठा कि क्या सचमुच AI हमारे कपड़ों के अंदर भी “देख” सकता है?
विशेषज्ञों के मुताबिक, ऐसा संभव नहीं है। AI मॉडल्स किसी इंसान की व्यक्तिगत पहचान या उसकी प्राइवेट जानकारी को सीधे तौर पर स्टोर या उपयोग नहीं करते। वे केवल बड़े पैमाने पर उपलब्ध publicly available data से प्रशिक्षित होते हैं। यानी अगर आपने पहले कभी अपनी फोटो अपलोड की है जिसमें आपका चेहरा, हाथ या पैर दिखा हो, तो मॉडल को उस आधार पर कुछ अनुमान हो सकता है। कभी-कभी तो यह महज़ एक संयोग भी होता है जब AI किसी फोटो में यथार्थ जैसा “तिल” या अन्य डिटेल्स बना देता है।
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Google जैसी कंपनियां कड़े AI Safety Guidelines का पालन करती हैं। वे अपने मॉडल्स को इस तरह डिज़ाइन करती हैं कि कोई भी “sexually suggestive” या अनुचित कंटेंट अपने-आप ब्लॉक हो जाए। आउटफिट चेंज की सुविधा केवल क्रिएटिव और आर्टिस्टिक उद्देश्यों के लिए है—जैसे किसी फोटो को रेट्रो स्टाइल, बॉलीवुड लुक या त्योहारों की थीम में बदलना। इसका उद्देश्य मनोरंजन और रचनात्मकता है, न कि किसी की निजता का उल्लंघन करना।
हालाँकि, साइबर सिक्योरिटी के नज़रिए से सावधानी बरतना हमेशा ज़रूरी है। जब भी आप कोई फोटो अपलोड करते हैं, तो यह समझें कि इंटरनेट पर कुछ भी 100% प्राइवेट नहीं रहता। भले ही Google जैसे दिग्गज आपके डेटा को स्टोर न करें, लेकिन हैकिंग या किसी और खतरे से पूरी तरह इनकार नहीं किया जा सकता।
इसलिए, AI का इस्तेमाल सोच-समझकर करें। अगर आपको अपनी प्राइवेसी को लेकर बहुत चिंता है, तो बेहतर होगा कि आप निजी या संवेदनशील फोटो कभी अपलोड न करें। वहीं, सामान्य आउटफिट चेंज या आर्टिस्टिक फोटो बनाने में कोई समस्या नहीं है।
तकनीक का यह दौर अभी शुरुआत में है और आने वाले समय में यह और भी उन्नत होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि जल्द ही वास्तविक और AI से बनी फोटो में फर्क करना मुश्किल हो जाएगा। यही कारण है कि AI के भविष्य को लेकर उत्साह और डर दोनों ही मौजूद हैं।
नतीजा साफ है: Gemini और अन्य AI टूल्स आउटफिट बदल सकते हैं, लेकिन “साड़ी उतारने” जैसी बातें केवल अफवाह और गलतफहमी हैं। उपयोगकर्ता को चाहिए कि वह तकनीक का आनंद ले, लेकिन प्राइवेसी और सुरक्षा का ध्यान भी रखे।