NEET 2025: रिजल्ट के बाद अब सबकी नजर कटऑफ पर, जानिए सरकारी मेडिकल कॉलेज में MBBS सीट के लिए कितने नंबर चाहिए

NEET 2025: NEET UG 2025 का रिजल्ट जारी हो चुका है, और अब लाखों छात्रों की निगाहें टिक गई हैं सरकारी मेडिकल कॉलेजों की कटऑफ पर। हर स्टूडेंट यही जानना चाहता है – “मेरे मार्क्स पर MBBS की सीट मिलेगी या नहीं?” नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने

EDITED BY: Vishal Yadav

UPDATED: Wednesday, June 18, 2025

NEET 2025: रिजल्ट के बाद अब सबकी नजर कटऑफ पर, जानिए सरकारी मेडिकल कॉलेज में MBBS सीट के लिए कितने नंबर चाहिए

NEET 2025: NEET UG 2025 का रिजल्ट जारी हो चुका है, और अब लाखों छात्रों की निगाहें टिक गई हैं सरकारी मेडिकल कॉलेजों की कटऑफ पर। हर स्टूडेंट यही जानना चाहता है – “मेरे मार्क्स पर MBBS की सीट मिलेगी या नहीं?”

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने 14 जून 2025 को रिजल्ट के साथ-साथ आंसर की भी जारी कर दी थी। अब देशभर के अभ्यर्थी राज्यवार, कैटेगरी वाइज और कॉलेज वाइज कटऑफ का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

NEET 2025

📊 इस बार NEET में क्या हुआ?

  • परीक्षा में बैठे छात्र: लगभग 22 लाख

  • परीक्षा पास करने वाले: लगभग 12 लाख

  • सरकारी MBBS सीटें (अंदाजन): 55,000 – 60,000

  • कुल मेडिकल सीटें (सरकारी + प्राइवेट): लगभग 1 लाख

संख्या स्पष्ट करती है कि मुकाबला बेहद जबरदस्त है, खासकर सरकारी मेडिकल कॉलेज में MBBS सीट के लिए।


🔍 NEET क्वालिफाइंग कटऑफ क्या होता है?

NEET क्वालिफाइंग कटऑफ वह न्यूनतम स्कोर है, जो काउंसलिंग में भाग लेने के लिए ज़रूरी होता है। यह कटऑफ हर साल परसेंटाइल के आधार पर तय होती है।

कैटेगरी
परसेंटाइल
संभावित स्कोर रेंज (NEET 2025 अनुमान)

General / EWS
50th
160 – 720

OBC / SC / ST
40th
125 – 159

PwD (General/EWS)
45th
135 – 155

🏥 सरकारी मेडिकल कॉलेज में MBBS के लिए कितने नंबर चाहिए?

कटऑफ हर साल बदलती है लेकिन पिछले वर्षों के ट्रेंड और इस बार के स्कोर के हिसाब से, 2025 की संभावित कटऑफ इस प्रकार हो सकती है:

🔷
ऑल इंडिया कोटा (15%)

कैटेगरी
संभावित कटऑफ (अंक में)

General / EWS
620 – 680
OBC
590 – 610
SC
520 – 550
ST
500 – 540

🔶
राज्य कोटा (85%)

कैटेगरी
संभावित कटऑफ (अंक में)

General
570 – 620
OBC
550 – 590
SC
440 – 520
ST
420 – 490

राज्य कोटा में डोमिसाइल नियम, आरक्षण नीति और मेडिकल कॉलेजों की संख्या के अनुसार कटऑफ में बदलाव हो सकता है।


📈 कटऑफ को कौन-से फैक्टर प्रभावित करते हैं?

  1. पेपर का कठिनाई स्तर – अगर पेपर मुश्किल था, तो कटऑफ नीचे जा सकती है।

  2. सीटों की कुल संख्या – अगर सीटें बढ़ती हैं, तो अधिक छात्रों को मौका मिलता है।

  3. छात्रों की परफॉर्मेंस – सभी का औसत स्कोर कितना है, इस पर भी निर्भर करता है।

  4. राज्यवार प्रतिस्पर्धा – कुछ राज्यों में अधिक छात्र होते हैं, जिससे वहां की कटऑफ ऊंची जाती है।


📍 राज्यवार प्रदर्शन – टॉप 3 राज्य

इन राज्यों में कटऑफ आमतौर पर ऊंची जाती है क्योंकि यहां से मेडिकल की तैयारी करने वाले छात्रों की संख्या सबसे अधिक होती है।


📌 आगे क्या करें?

  1. स्कोर कार्ड सेव करें – यह काउंसलिंग में जरूरी होगा।

  2. स्टेट काउंसलिंग वेबसाइट देखें – जैसे यूपी की DGME, महाराष्ट्र की CETCELL, बिहार की BCECEB, आदि।

  3. AIQ काउंसलिंग के लिए MCC की वेबसाइट देखें – mcc.nic.in

  4. चॉइस फिलिंग और डॉक्यूमेंट रेडी रखें – काउंसलिंग शुरू होते ही सब तैयार होना चाहिए।


🔚 निष्कर्ष

NEET 2025 पास करना एक बड़ी उपलब्धि है, लेकिन सरकारी मेडिकल कॉलेज में सीट पाना असली जंग है। अगर आपका स्कोर इस बार के ट्रेंड के अनुसार है, तो आपको काउंसलिंग में भाग जरूर लेना चाहिए। सही योजना और जानकारी के साथ आप सफलता की ओर बढ़ सकते हैं।

NTA NEET UG 2025 exam pattern, attempt limits to be changed? Here's what an  RTI activist has revealed - The Economic Times

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