Rohini Acharya Controversies: लालू यादव की बेटी Rohini Acharya इन दिनों दो बड़े विवादों के चलते सुर्खियों में हैं। पहला विवाद राज्यसभा सांसद संजय यादव को लेकर है और दूसरा विवाद उनके पिता लालू यादव को किडनी डोनेट करने के फैसले को लेकर। इन दोनों मामलों पर अब उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव ने खुलकर बयान दिया है।
तेजस्वी ने कहा कि रोहिणी उनके लिए सिर्फ बहन ही नहीं बल्कि परिवार की बड़ी सदस्य हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि रोहिणी ने जो कुर्बानी दी, वह असाधारण है। उन्होंने कहा, “शायद आज के समय में कोई अपने ही परिवार के सदस्य को किडनी नहीं देता। रोहिणी जी ने यह किया। राजनीति में आने की लालसा उनकी कभी नहीं रही।”
संजय यादव विवाद
इस विवाद की शुरुआत 16 सितंबर 2025 को हुई, जब बिहार अधिकार यात्रा के दौरान जहानाबाद में एक बस को रथ का रूप दिया गया। बस की फ्रंट सीट पर तेजस्वी यादव के बैठने की व्यवस्था थी, लेकिन इस दौरान सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हुई। इस फोटो में फ्रंट सीट पर तेजस्वी के बजाय संजय यादव बैठे दिखे।
रोहिणी ने सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि फ्रंट सीट हमेशा शीर्ष नेता के लिए होती है। उनकी अनुपस्थिति में किसी को भी उस सीट पर नहीं बैठना चाहिए। रोहिणी के कई पोस्टों में पार्टी और परिवार के भीतर चल रही खींचतान पर इशारों-इशारों में नाराजगी देखी गई।
किडनी डोनेशन विवाद
दूसरा विवाद रोहिणी द्वारा अपने पिता लालू यादव को किडनी दान करने से जुड़ा है। साल 2022 में रोहिणी ने यह साहसिक कदम उठाया था। तेजस्वी यादव ने कहा कि इस तरह की कुर्बानी को लेकर किसी भी तरह का अपमान या आलोचना अस्वीकार्य है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग, विशेषकर बीजेपी ट्रोलर्स, रोहिणी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
तेजस्वी यादव का बयान
तेजस्वी ने कहा, “हमारी बहन ने पार्टी और परिवार के लिए हमेशा योगदान दिया है। किसी के व्यक्तिगत स्वार्थ या राजनीतिक मंशा के लिए उन पर उंगली उठाना बिल्कुल बर्दाश्त के बाहर है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि रोहिणी की राजनीतिक गतिविधियाँ पूरी तरह से पारदर्शी और ईमानदार हैं।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
26 सितंबर को बिहार बीजेपी के ट्विटर हैंडल से पोस्ट किया गया कि संजय यादव की नई रणनीति लालू जी की बेटी को बदनाम करने की है। इस पोस्ट ने विवाद और बढ़ा दिया। तेजस्वी यादव ने इस पर अपने बहन के बचाव में कड़ा रुख अपनाया और सभी आरोपों को निराधार बताया।
Rohini Acharya के विवादों ने राजनीतिक और सोशल मीडिया मंच पर बहस को जन्म दिया है। जहां एक ओर उनका निजी और साहसिक कदम चर्चा में है, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक विरोधियों द्वारा उन पर आरोप लगाए जा रहे हैं। तेजस्वी यादव ने साफ कर दिया कि परिवार और पार्टी में रोहिणी का योगदान हमेशा सम्माननीय और सराहनीय है।