Realme, Realme 15000mAh: स्मार्टफोन में बैटरी लाइफ को लेकर यूज़र्स को बहुत सारी शिकायतें होती हैं, ज़्यादातर हाई-एंड स्मार्टफोन में 5000 से 6000mAh तक की बैटरी ही आती हैं। लेकिन हाल ही में Realme ने एक ऐसा कॉन्सेप्ट स्मार्टफोन पेश किया है, जो स्मार्टफोन की आने वाले फ्यूचर को चेंज कर सकता है, इस फोन में 15,000mAh की बैटरी लगायी है जोकि अमूमन आने वाले पावर बैंक से भी ज़्यादा।Realme के इस कॉन्सेप्ट स्मार्टफोन ने न सिर्फ़ दूसरे स्मार्टफोन्स को चार्ज करने का कमाल दिखाया, बल्कि पावर बैंक और यहां तक कि प्रोफेशनल लाइट्स व लैपटॉप तक को पावर दी।
पावर बैंक से भी बड़ी बैटरी !!
अभी के समय में अमूमन जितने भी स्मार्टफोन्स लांच हो रहे है, वो 5000mAh से लेकर 7000mAh की बैटरी के साथ ही आ रहे, लेकिन यहाँ पर Realme ने इस कांसेप्ट स्मार्टफोन्स को अभी के स्मार्टफोन्स के डबल से भी ज्यादा बैटरी के साथ डिज़ाइन किया है, जो अगर मार्किट में आ गया तो स्मार्टफोन्स की दुनिया को एक नए रुख की तरफ ले जायेगा।
- एक साथ दो पावर बैंक चार्ज करने की क्षमता।
- लैपटॉप और प्रोफेशनल लाइट्स तक को पावर देने की क्षमता।
- लगातार गेमिंग के दौरान भी बैटरी ड्रेन बेहद कम “1 घंटे में सिर्फ़ 5%“।
इससे साफ़ है कि बैटरी बैकअप के मामले में यह स्मार्टफोन मार्केट में मौजूद किसी भी फोन सीढ़ी टक्कर दे सकता है। इस स्मार्टफोन के सामने सारे स्मार्टफोन बैटरी बैकअप के मामले में पीछे हो जाने वाले है। अभी तो ये एक कांसेप्ट फ़ोन है लेकिन जल्द ही मार्किट में आने की उम्मीद की जा सकती है।
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डिज़ाइन में कोई बड़ा समझौता नहीं !!
अभी की स्मार्टफोन कम्पनीज बैटरी न बढ़ने का एक ही वजह देती है की इससे डिज़ाइन से कम्प्रोमिज़ हो जायेगा बैटरी बढ़ने से और सारे जरुरी कंपोनेंट्स लगाने की जगह नहीं लगा दिए तो फ़ोन काफी भरी हो सकता है, लेकिन इतनी बड़ी बैटरी के बावजूद इस फोन का डिज़ाइन पारंपरिक स्मार्टफोन जैसा ही रखा गया है।
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वज़न: लगभग 207 ग्राम (पावर बैंक जितना भारी नहीं)।
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डिस्प्ले: Quad-Curved AMOLED, ब्राइट और वाइब्रेंट।
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बिल्ड: साइड्स प्लास्टिक, फ्रंट ग्लास, बैक मेटल-लुक डिज़ाइन।
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बटन-प्लेसमेंट: नॉर्मल स्मार्टफोन की तरह।
यानी देखने और पकड़ने में यह बिल्कुल आम स्मार्टफोन जैसा है, न कि किसी भारी पावर बैंक जैसा, अब ये देखना होगा की इसको मार्किट में उतने के लिए रेडी कितने समय में किया जा सकता है और इस कन्सेट पोन के बाद और भी स्मार्टफोन कपनियों के लिए प्रतियोगिता में एक नया अध्याय जुड़ चूका है।
सीक्रेट टेक्नोलॉजी: सिलिकॉन–कार्बन बैटरी
इस अद्भुत बैटरी बैकअप के पीछे वही पुराणी लेथियम आयरन बैटरी नहीं बल्कि एक नयी टेक्नोली है जिसका नाम है Silicon-Carbon टेक्नोलॉजी।
- पारंपरिक Lithium-Ion बैटरियों में ग्रेफाइट की जगह Silicon-Carbon एनोड इस्तेमाल किया गया है।
- इसकी एनर्जी कैपेसिटी ग्रेफाइट से कई गुना ज़्यादा होती है (1500–2500 mAh/g बनाम 372 mAh/g)।
- बैटरी लाइफ़ लंबी होती है, ओवरहीटिंग कम होती है और ड्यूरेबिलिटी ज़्यादा होती है।
यही वजह है कि Realme ने इतनी बड़ी बैटरी को भी एक सामान्य आकार के फोन में फिट कर दिया।
क्या यह मार्केट में आएगा?
फिलहाल तो यह सिर्फ़ एक कॉन्सेप्ट स्मार्टफोन है, जिसे Realme ने टेक्नोलॉजी शोकेस के तौर पर तैयार किया है और कंपनी ने इसका कोई मूल्य या लॉन्च टाइमलाइन की घोषित अभी तक नहीं की है। लेकिन अगर भविष्य में यह टेक्नोलॉजी कमर्शियल प्रोडक्ट्स में आती है, तो:
- स्मार्टफोन्स हफ़्तों तक चल सकते हैं।
- EVs और गाड़ियों की बैटरी क्षमता में बड़ा सुधार होगा।
- सोलर एनर्जी स्टोरेज में भी क्रांति आ सकती है।
Realme का ये 15000 mAh बैटरी वाला कांसेप्ट स्मार्टफोन महज एक शोकेस गैजेट नहीं है बल्कि इसमें हमें भविष्य में आने वाले स्मार्टफोन की क्षमता और एडवांस टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को भी देखने को मिलता है, अभी तक की खबर ये है की ये 15000 mAh वाली बैटरी का ये स्मार्टफोन एक कांसेप्ट फ़ोन है, जिसको बनाने का मकसद लोगो को और दूसरी कम्पनियों को ये बताने का है की स्मार्टफोन्स में पॉवरबैंक से 2 गुना ज्यादा की भी बैटरी लग सकती है, और बिना फ़ोन के डिज़ाइन और कम्पोनेंट्स को काम किये।