NPCI की नई सुविधा से पैन और बैंक वेरिफिकेशन होगा अब रियल टाइम में, टैक्सपेयर्स को होगा बड़ा फायदा

NPCI, Ban-Pan, Verification : इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना अब पहले से आसान और तेज़ होगा। नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने एक नई API (Application Programming Interface) सुविधा शुरू की है, जो पैन कार्ड और बैंक अकाउंट वेरिफिकेशन को तेज़, आसान और सटीक बनाने में

EDITED BY: Vishal Yadav

UPDATED: Friday, June 20, 2025

NPCI की नई सुविधा से पैन और बैंक वेरिफिकेशन होगा अब रियल टाइम में, टैक्सपेयर्स को होगा बड़ा फायदा

NPCI, Ban-Pan, Verification : इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना अब पहले से आसान और तेज़ होगा। नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने एक नई API (Application Programming Interface) सुविधा शुरू की है, जो पैन कार्ड और बैंक अकाउंट वेरिफिकेशन को तेज़, आसान और सटीक बनाने में मदद करेगी।

यह पहल विशेष रूप से इनकम टैक्स ई-फाइलिंग पोर्टल और अन्य सरकारी विभागों के लिए है, ताकि टैक्स प्रक्रिया को पारदर्शी और ऑटोमेटेड बनाया जा सके।


🔍 क्या है NPCI की नई API सेवा?

NPCI द्वारा पेश किया गया यह API इंटरफेस, एक ऐसा डिजिटल माध्यम है, जो सरकारी वेबसाइटों (जैसे आयकर विभाग का ई-फाइलिंग पोर्टल) को बैंकों के Core Banking Systems (CBS) से सीधे जोड़ता है।

इससे अब:

  • पैन कार्ड की डिटेल्स

  • बैंक अकाउंट का स्टेटस

  • अकाउंट होल्डर का नाम

रियल टाइम में वेरिफाई किया जा सकेगा — बिना किसी मैन्युअल दखल के।

NPCI


⚙️ API कैसे काम करता है?

API एक सॉफ्टवेयर ब्रिज की तरह काम करता है, जो दो अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स (जैसे इनकम टैक्स पोर्टल और बैंकिंग सिस्टम) को सीधे डेटा शेयर और कम्युनिकेशन की सुविधा देता है।

अब जब कोई व्यक्ति इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करेगा और अपना बैंक अकाउंट लिंक करेगा, तो:

✅ डेटा तुरंत संबंधित बैंक को जाएगा
✅ बैंक का CBS सिस्टम पैन, नाम और अकाउंट स्टेटस को चेक करेगा
✅ और वही वेरिफाइड स्टेटस रियल टाइम में पोर्टल को वापस भेज देगा

इससे पूरा प्रोसेस सिर्फ कुछ मिनटों में पूरा हो सकेगा, जो पहले 10-12 वर्किंग डेज तक लगता था।


🧾 टैक्सपेयर्स को क्या होगा फायदा?

इस नई सुविधा के आने से टैक्सपेयर्स को ये प्रमुख फायदे मिलेंगे:

  1. रिटर्न प्रोसेसिंग में तेजी – रिफंड जल्द मिलेगा

  2. 🛡️ डेटा सिक्योरिटी – वेरिफिकेशन अब सीधे बैंक से होगा, जिससे फ्रॉड की आशंका कम होगी

  3. 📉 मैन्युअल एरर में कमी – कोई टाइपो या मिसमैच नहीं होगा

  4. ⏱️ रियल टाइम अपडेट – वैलिडेशन स्टेटस तुरंत मिल जाएगा

  5. 📲 यूजर फ्रेंडली प्रोसेस – अब टैक्स फाइलिंग और अकाउंट लिंकिंग का झंझट नहीं

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🏛️ सरकारी विभागों के लिए भी गेम-चेंजर

NPCI ने अपने सर्कुलर में कहा कि इस इंटरफेस को खासतौर पर सरकारी संस्थानों के लिए डिज़ाइन किया गया है। इससे न केवल आयकर विभाग बल्कि पेंशन, सब्सिडी, स्कॉलरशिप और अन्य लाभार्थी योजनाओं के वेरिफिकेशन में भी तेजी लाई जा सकेगी।

NPCI ने अपने सभी सदस्य बैंकों से आग्रह किया है कि वे इस सुविधा को शीघ्र लागू करें, क्योंकि यह सेवा भारत सरकार को प्रदान की जा रही है और इससे करोड़ों लोगों को लाभ होगा।


🔮 भविष्य में क्या?

इस कदम से भारत में डिजिटल गवर्नेंस को एक और मजबूती मिलेगी। रियल टाइम वेरिफिकेशन सिस्टम की मदद से सरकारी पेमेंट्स, टैक्स प्रोसेसिंग, और पहचान वेरिफिकेशन की प्रक्रियाएं पहले से कहीं ज्यादा तेज़, ट्रांसपेरेंट और सटीक हो जाएंगी।


📢 निष्कर्ष:
NPCI की इस नई API सुविधा से टैक्सपेयर्स, सरकारी विभागों और बैंकों — तीनों को एक साथ लाभ मिलने वाला है। इससे न केवल टैक्स प्रोसेस आसान होगा, बल्कि डिजिटल इंडिया की दिशा में एक और मजबूत कदम माना जा रहा है।

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